मुंबई: महाराष्ट्र के जालना जिले के अंतरवली में मराठा आरक्षण के लिए लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। इसमें महिलाओं और लड़कियों समेत कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। इस घटना का असर पूरे महाराष्ट्र पर पड़ रहा है। कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुई हैं। उधर, जालना में हुई इस घटना के विरोध में मराठा क्रांति मोर्चा की ओर से जालना और बीड में जिला बंद का आह्वान किया है। जालना जिला मराठा मोर्चा अनुरोध कर रहा है कि सभी जालनाकारों को स्वास्थ्य सुविधाओं, स्कूलों और कॉलेजों को छोड़कर सभी वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, परिवहन, बाजार स्टालों को बंद रखकर सहयोग करना चाहिए।दरअसल आरक्षण की मांग को लेकर 29 अगस्त से मराठा मार्चा के संयोजक मनोज जारांगे समेत 10 लोग भूख हड़ताल पर थे। गुरुवार को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने की कोशिश की लेकिन उनकी ओर से विरोध किया गया। आज बाद में जब पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत चल रही थी। तभी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पहले पथराव हुआ और फिर लाठीचार्ज किया गया। आक्रामक प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए पुलिस ने हवा में दो राउंड फायरिंग की। पिछले चार दिनों से शांतिपूर्वक चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया।बसें जला दीं इस घटना का असर राज्य के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिला। धुले-सोलापुर हाईवे पर कुछ बसें जला दी गईं। अब पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में कल जालना, बीड जिले में बंद बुलाया गया है। बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी और कर्मी घायलमराठा क्रांति मोर्चा के आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और कर्मी घायल हुए हैं। प्रभारी सर्जन डॉ. प्रताप घोडके के अनुसार, घायल पुलिसकर्मियों और नागरिकों को जालना के जिला सरकारी अस्पताल लाया गया है और उनकी संख्या 53 है। सभी घायलों का इलाज चल रहा है और कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं है।
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