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Sunday 10 September 2023

जिस्मफरोशी के दलदल में सिसकती नाबालिग की कहानी, NGO और दलालों के चंगुल में फंसी जिंदगी

सीतामढ़ी: 'बचपन बचाओ आंदोलन'। इस संस्था की जितनी तारीफ की जाए, वो कम होगी। ये संस्था और इसके कार्यकर्ता मानव सेवा के दूत हैं। इन्हें जैसे ही रेड लाइट एरिया में किसी नाबालिग के फंसे होने की खबर मिलती है। ये एक्शन लेते हैं। रेड लाइट एरिया में फंसी जिंदगी के लिए ये दूत बनकर आते हैं। इनके साथ पुलिस आती है। कई बार पुलिस इसलिए नहीं आती कि कोई तैयार नहीं होता शिकायत करने के लिए। संस्था के लोगों को पहले से जानकारी होती है कि किस एरिया में नाबालिग को कैद करके रखा गया है। रविवार को सीतामढ़ी में कुछ ऐसा ही हुआ। रेड लाइट एरिया में हड़कंप मच गया। पुलिस ने एनजीओ के साथ मिलकर छापेमारी की। दो महिला दलालों को गिरफ्तार भी किया।

दलदल में जाने से बची लड़की

पुलिस और एनजीओ को रेड लाइट एरिया में एक पीड़ित नाबालिग की तलाश थी। पुलिस वहां पहुंची। काफी मशक्कत के बाद नाबालिग को उस एरिया से मुक्त कराया गया। नाबालिग को फंसा कर मानव व्यापार के गिरोह की ओर से लाया गया था। उससे धंधा कराने की प्लानिंग थी। पुलिस और एनजीओ ने लड़की को बचा लिया और उसे इस गंदे धंधे से उबार दिया। नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त कैलाश सत्यार्थी की संस्था " बचपन बचाओ आंदोलन" की पहल से नाबालिग को देह व्यापार के धंधेबाजों के चंगुल से मुक्ति मिल सकती है।

संस्था ने मुक्त कराया

ध्यान रहे कि ये संस्था अब तक न जाने कितनी नाबालिग बच्चों को अनैतिक दलदल में जाने से बचा चुकी है। संस्था की सकारात्मक पहल की हर कोई चर्चा करता है। इसी संस्था की सूचना पर एसपी मनोज कुमार तिवारी ने पुलिस टीम गठित कर रेड लाइट एरिया में छापेमारी के लिए भेजा। पुलिस को सफलता भी मिली। संस्था ने इसकी सूचना डीएसपी सह नोडल, विशेष किशोर पुलिस इकाई राकेश कुमार रंजन को भी दी है।

प्रशिक्षु डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी

एनजीओ की सूचना के बाद प्रशिक्षु डीएसपी सुचित्रा कुमारी के नेतृत्व में सीतामढ़ी थानाध्यक्ष अरुण कुमार, सब इंस्पेक्टर रेशमी कुमारी, महिला थानाध्यक्ष संध्या कुमारी, मेहसौल ओपी अध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल ने रेड लाइट एरिया में छापेमारी की। छापेमारी के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने इस दौरान दो महिला बिचौलिया और ग्राहक को भी पकड़ा। उक्त कार्रवाई की जानकारी 'बचपन बचाओ आंदोलन' के केन्द्रीय निदेशक मनीष शर्मा ने दी। उन्होंने पुलिस को सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बिहार के अधिकतर जिला में नाबालिग बच्चियों को मानव तस्कर फंसा कर रेड लाइट एरिया में लाते है और उससे अनैतिक कार्य कराते हैं।

पूर्व में भी बरामद हो चुकी है नाबालिग

ध्यान रहे कि हाल में रेड लाइट एरिया से पुलिस ने एक नाबालिग लड़की की बरामदगी की थी। वहीं, देह व्यापार के इस धंधे में लिप्त लोग फरार होने में सफल रहे थे। बरामद लड़की असम की थी। पुलिस ने धंधेबाज मंजूर खलीफा, उसकी पत्नी रानी खातून और मंजूर का भाई रमजान खलीफा के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी। गत माह इसी एरिया से 8 नाबालिग को देह व्यापार से मुक्त कराया गया था। 8 महिला दलाल एवं दो ग्राहक भी पकड़े गए थे। हाल में यानी एक सप्ताह पूर्व पुपरी पुलिस ने स्थानीय शहर के सिंगाही रोड में सुनील कुमार झा के मकान से आधा दर्जन युवक और युवतियों को पकड़ी था।


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