अनिल सिंह, बांदा: यूपी के जनपद बांदा के भदावल गांव में एक किसान के घर बेटी की शादी थी। गुरुवार की शाम पड़ोस के गांव से बारात भी आ गई। शाम को जैसे ही बारात उठने का समय आया। वैसे ही दूल्हा बेहोश होकर गिर पड़ा, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। यह जानकारी दुल्हन के पास भी पहुंच गई। जिसने शादी करने से साफ इंकार कर दिया। मान मनोव्वल की कोशिश से नाकाम होने के बाद बारात को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा। जिले के बिसंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत भदावल गांव में रामकरण की बेटी की गुरुवार को शादी थी। घर मेहमानों से भरा था। सभी बेटी की शादी से उत्साहित थे। शाम को जैसे ही बारात आई आई वैसे ही परिवार के लोग बारातियों के स्वागत सत्कार में जुट गए। बारात उठने का समय आया और दूल्हा भी तैयार होकर निकलने वाला था। तभी अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। दूल्हे के बेहोश होने की खबर पल में ही कन्या कन्या पक्ष के घर पहुंच गई। इससे पहले की दूल्हे को होश आता। दुल्हन ने शादी करने से इनकार कर दिया। उसका कहना था कि धोखे में रखकर हमारी शादी की जा रही है। बीमार व्यक्ति से मैं शादी नहीं कर सकती। इस पर घर के लोग बेटी को मनाते रहे लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। इस बीच करीब 3 घंटे बाद दूल्हे को होश आया तो पता चला कि उसे मिर्गी का दौर आता है।इसी वजह से वह बेहोश हुआ था।यह जानकारी मिलते ही कन्या पक्ष का आक्रोश बढ़ गया। उन्होंने बेटे की बीमारी छुपा कर शादी करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए बारात तुरंत वापस ले जाने को कहा। इसके बाद वहां मौजूद बुजुर्गों की सहमति से वरपक्ष ने कन्या पक्ष के हुए नुकसान का आंकलन करते हुए। कन्या पक्ष को 20 हजार रुपए दिया। इसके बाद बिना किसी विवाद के बारात रात में ही वापस लौट गई। गांव के शिव प्रकाश पांडे ने बताया कि बारात बिसंडा थाना क्षेत्र के सैया बरौली गांव से आई थी। बरपक्ष ने अपने बेटे उदय की बीमारी को छुपा कर शादी करने की कोशिश की। लेकिन वैवाहिक कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही असलियत सामने आ गई। जिससे बारात को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा।
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