डिब्रूगढ़: जेल में बंद 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख के माता-पिता हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में पंजाब के खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से उनके बेटे के निर्वाचित होने के बाद उनसे मिलने शनिवार को डिब्रूगढ़ पहुंचे। उनके पिता तरसेम सिंह और मां बलविंदर कौर की अगवानी के लिए हवाई अड्डे पर अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर पहुंचीं। किरणदीप पांच जून से यहां डेरा डाली हुई हैं। अमृतपाल के माता-पिता अपने बेटे से मिलने डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारावास पहुंचे जो यहां मार्च 2023 से बंद हैं।क्या बोले अमृतपाल के पिताउनके पिता ने कहा कि हम बहुत खुश हैं कि हमारा बेटा चुनाव जीत गया है। हम उससे मिलने आए हैं ताकि उसे भी खुशी हो कि लोगों ने उसे प्यार किया और इतने बड़े अंतर से उसे जीत दिलाई। सिंह ने कहा कि वे उससे (बेटे से) चुनाव जीतने पर उसकी प्रतिक्रिया के बारे में और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए उसके संदेश के बारे में पूछेंगे। उनकी मां जेल कर्मचारियों को मिठाई बांटती नजर आईं।बेटे के लिए क्या लाई मां?कौर ने कहा कि वह अपने बेटे के लिए नए कपड़े और जूते लेकर आईं हैं, जिनकी जरूरत उसे सांसद के रूप में शपथ लेने के समय होगी। अमृतपाल की पत्नी के साथ अधिवक्ता और पंजाब के पूर्व सांसद राजदेव सिंह खालसा भी थे। खालसा ने कहा कि अमृतपाल की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।कितने वाले से जीता अमृतपाल?अमृतपाल ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर खडूर साहिब लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 1,97,120 मतों से जीत हासिल की है। अमृतपाल को 4,04,430 मत मिले, जबकि जीरा को 2,07,310 मत मिले।
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