जयपुर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफा देने के बाद भी उनकी सियासत पर जमकर चर्चा है। बीते दिनों इस्तीफा देने के बाद किरोड़ी लाल मीणा दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे। रिपोर्ट्स के अनुसार अध्यक्ष ने किरोड़ी को 10 दिनों के बाद फिर से मुलाकात करने के लिए बुलाया था। लेकिन, 10 दिन के बाद भी अध्यक्ष जेपी नड्डा के किरोड़ी को नहीं बुलाएं जाने को लेकर राजनीतिक पारे में हलचल तेज है। ऐसे में सियासी सवाल उठ रहा है कि क्या किरोड़ी अपना इस्तीफा वापस लेने से मान जाएंगे या फिर बीजेपी हाईकमान के मन में कुछ और ही रणनीति चल रही है।
सियासी चर्चा, क्या पार्टी किरोड़ी की मांग नहीं पूरी करना चाहती है?
बीते दिनों अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद किरोड़ी लाल मीणा जमकर सियासी चर्चाओं में बने हुए हैं। इस दौरान किरोड़ी लाल दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे, जहां उन्होंने अपने इस्तीफा देने के कारणों को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष से चर्चा की। बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा ने इस दौरान किरोड़ी लाल को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन किरोड़ी अपनी बात पर अड़े रहे। ऐसे में सियासी चर्चा है कि किरोड़ी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने अपनी मांगों को रखा है। सियासी सूत्रों की माने, तो इन मांगों के कारण ही किरोड़ी को 10 दिनों के बाद बुलाने में देरी हो रही है। इधर, 10 दिन बीत जाने के बाद भी किरोड़ी को दिल्ली से बुलावा नहीं आया है। ऐसे में चर्चा है कि क्या पार्टी किरोड़ी की मांगों को पूरी नहीं करना चाहती, जो उन्हें दिल्ली बुलाने में इतनी देरी हो रही है।जब किरोड़ी से पहले मुख्यमंत्री भजनलाल पहुंच गए दिल्ली
मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने दिल्ली में अध्यक्ष से मुलाकात की, जहां उन्हें 10 दिन बाद फिर से बुलाने की बात सामने आई, लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दिल्ली पहुंच गए, जहां उन्होंने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की। मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीच की इस मुलाकात को लेकर के राजस्थान की सियासत में जमकर हलचल मची हुई हैं। राजनीतिक जानकार मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीच की मुलाकात को लेकर कई तरह के मायने निकाल रहे हैं। इस मुलाकात को किरोड़ी लाल के इस्तीफा से भी जोड़कर देखा जा रहा हैं।किरोड़ी ने कहा, जब तक दिल्ली नहीं बुलाएंगे नहीं जाऊंगा
दिल्ली से मुलाकात करने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने बीते दिनों मीडिया से बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की है और उन्हें बताया कि लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर उन्होंने जिम्मेदारी ली थी, वहां की हार के बाद नैतिकता के आधार पर उन्होंने इस्तीफा दिया है। इस दौरान मीडिया ने इस्तीफे को लेकर सवाल पूछा गया, तो किरोड़ी लाल ने कहा कि जब तक हाई कमान उन्हें दिल्ली नहीं बुलाएंगे, तब तक वह नहीं जाएंगे। इधर, सियासी गलियारों में जमकर चर्चा है आखिर किरोड़ी लाल अपना इस्तीफा वापस लेने का तैयार होंगे या नहीं? दूसरी ओर दिल्ली बुलावे में देरी को लेकर भी कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है।किरोड़ी लाल ने कहा, जो अभी भूमिका है, वह आगे भी जारी रहेगी
मीडिया ने पूछा कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, क्या अभी भी वह संघर्ष करते रहेंगे? इस पर किरोड़ी लाल ने कहा कि मैं तो पहले भी संघर्ष करता था और अभी भी संघर्ष करता रहूंगा। संघर्ष करने का मतलब यह नहीं कि अपनी सरकार की खिलाफत करना, बल्कि उनके अनुसार संघर्ष की परिभाषा जन समस्याओं को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाना है, उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आरएएस परीक्षा को लेकर उन्होंने मंत्री रहते हुए धरना स्थल पर जाकर उनसे वार्ता की और उनकी बात सरकार तक पहुंचाई। इसको सरकार की खिलाफत नहीं कहा जा सकता।from https://ift.tt/7Dx8pPe
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