कानपुर : उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को याद करिए। पिछले कुछ साल में जब भी कानपुर में कोई इंटरनेशनल क्रिकेट मैच आयोजित होता था, तो यूपीसीए के लोग हमेशा कानपुर में पर्याप्त होटल न होने की बातें करते थे, लेकिन क्या ये सच है? जवाब है कि मौजूदा परिदृश्य में कानपुर में बड़े ब्रैंड के कई होटल प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। एक होटल कारोबारी के अनुसार, 2025 के अंत में कानपुर में 4 और 5 स्टार श्रेणी के करीब 500 रूम उपलब्ध होंगे। इनमें ताज जैसा बड़ा ब्रैंड भी शामिल है।
कभी ऐसे थे हालात
बीते कुछ दशकों में कानपुर की प्रगति में सबसे बड़ी बाधक बनकर कनेक्टिविटी उभरी। कानपुर के पास एक एयरपोर्ट टर्मिनल तक नहीं था। फ्लाइट लेने के लिए लोगों को 2 घंटे का सफर तय कर लखनऊ जाना पड़ता था। इसके अलावा बिजली की किल्लत, कानून-व्यवस्था की समस्याओं के अलावा राजनीतिक अनदेखी ने भी कानपुर का बड़ा नुकसान किया। कानपुर को दूसरे शहरों से जोड़ने वाले हाइवे भी खराब हाल में थे।अब बदल रहीं चीजें
शहर के होटल कारोबारी हरदीप सिंह मक्कड़ कहते हैं कि कानपुर में इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो रहा है। हाइवे बन रहे हैं। एयरपोर्ट टर्मिनल चालू हो गया है। मामला तब दिलचस्प हो गया, जब प्रदेश सरकार ने रामायण सर्किट की घोषणा कर दी। इसमें कई सब्सिडी भी मिलनी थीं। कानपुर का बिठूर भी रामायण सर्किट का हिस्सा है। इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड अपने लग्जरी ब्रैंड ताज को रामायण सर्किट में ला रही है, इसलिए कानपुर में अब तक नए होटलों के जो भी प्रोजेक्ट आए हैं, वे सब गंगा बैराज की तरफ आए हैं, जो बिठूर के पास है। इसकी वजह मुख्य शहर में जगह न होना भी है।बिठूर को चमकाइए
भले ही बिठूर रामायण सर्किट का हिस्सा है, लेकिन यहां अभी धार्मिक पर्यटन को आकर्षित करने लायक काम नहीं हुआ है, जबकि यहां सीता रसोई जैसी जगहें हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि सरकार की तरफ से अब रामायण सर्किट में बिठूर का प्रचार होगा। इससे धार्मिक पर्यटन के साथ कारोबार भी बढ़ेगा।इन होटलों पर नजर
ताज के साथ मिलकर इटर्निटी ब्रैंड से 120 रूम के 5-स्टार होटल का संचालन इस साल शुरू हो जाएगा। अगले साल ताज इसे ले लेगा। शहर में 5-स्टार श्रेणी में लैंडमार्क टावर्स के 120 रूम पहले से मौजूद हैं। ब्लू वर्ल्ड होटल के 120 रूम और गंगा वैली के 150 रूम भी कम से कम 4-स्टार श्रेणी में रखे जाएंगे। इसके अलावा आईटीसी के फॉरच्यून पार्क होटल के 76 रूम भी तैयार हो रहे हैं। ये 3-स्टार रेटिंग में हैं। कुछ अन्य अच्छे प्रोजेक्ट्स पर भी काम चल रहा है। बीते दिनों आईएचसीएल ने ताज ब्रैंड से सिंहानिया ग्रुप के साथ कानपुर में एक और 5-स्टार होटल बनाने का ऐलान किया है।बढ़नी चाहिए फ्लाइट्स
कानपुर के इकलौते 5-स्टार होटल लैंडमार्क टावर्स के विकास मेहरोत्रा के अनुसार, कानपुर में बढ़िया इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है। रिंग रोड बन रही है। एयरपोर्ट टर्मिनल तो बन गया, लेकिन फ्लाइटें कम हैं। होटलों के फलने-फूलने के तीन तरीके हैं। उद्योग लगें, पर्यटक आएं। इसके अलावा सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहें। फ्लाइटों की कमी से कानपुर आने वाले पहले लखनऊ आते हैं, फिर कानपुर। हमारा डेटा कहता है कि रोज कानपुर में 5000 लोग बाहर से आते हैं, लेकिन सिर्फ 100 यहां के होटलों में रुकते हैं। जब फुटफॉल कम होगा, तो कारोबार नहीं मिलेगा। कानपुर के बिठूर में रामायण सर्किट पर काम होना चाहिए। एयरपोर्ट से फ्लाइट्स भी बढ़नी चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार की होटल इंडस्ट्री के लिए नीतियां काफी सकारात्मक हैं।from https://ift.tt/zBNY17g
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