अचुतापुरम: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन ने गुरुवार को कहा कि अचुतापुरम की दवा कंपनी में बुधवार को शक्तिशाली ‘वेपर-क्लाउड’ विस्फोट के कारण आग लगी थी। इससे 17 लोगों की मौत हो गई और लगभग 40 श्रमिक घायल हो गए। दरअसल ‘वेपर-क्लाउड’ विस्फोट तब होता है जब पर्याप्त मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ की गैस और वाष्प से बनने वाले बादल के हवा के संपर्क में आने पर उसमें आग लग जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एस्किएंटिया एडवांस्ड साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करने में साफ तौर से विफल रही और हादसे का कारण बना रसायन विस्फोटक प्रकृति का था।नियमों का पालन नहीं कियासीएम नायडू के अनुसार, विस्फोट इतना तीव्र था कि इससे कई दीवारें उड़ गईं और मजदूर दीवारों और बाड़ों के उस पार जाकर गिरे। मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दवा कंपनी में ‘वेपर-क्लाउड’ विस्फोट के कारण आग लगने की घटना हुई। यह स्पष्ट है कि उचित एसओपी का पालन नहीं किया गया। यदि उनका पालन किया जाता तो यह समस्या उत्पन्न नहीं होती। रेड श्रेणी की कंपनी पर सख्तीघटनास्थल से मुख्यमंत्री ने ‘रेड’ श्रेणी के तहत उद्योग चलाने वाले सभी उद्योगपतियों से सावधानी बरतने और तत्काल आंतरिक सुरक्षा ऑडिट करने की अपील की। जिन औद्योगिक क्षेत्रों का प्रदूषण सूचकांक स्कोर 60 और उससे अधिक है, वे ‘रेड’ श्रेणी में आते हैं। घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जब कोई कंपनी उचित निर्णय नहीं लेती है तो ऐसा ही होता है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एस्किएंटिया ‘रेड’ श्रेणी के तहत कार्यरत कंपनी थी।मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की मददपूर्ववर्ती वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी सरकार को दोषी ठहराते हुए नायडू ने आरोप लगाया कि 2014 और 2019 के बीच 119 औद्योगिक दुर्घटनाएं हुईं। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इसके पहले विशाखापत्तनम में अस्पताल में उपचाराधीन घायलों से मिलने के बाद कहा कि गंभीर रूप से घायल श्रमिकों को 50 लाख रुपये तथा अन्य घायलों को 25 लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी। उन्होंने मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।सीएम ने क्या कहा?नायडू ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि मैंने विशाखापत्तनम के अस्पताल में अचुतापुरम दवा कंपनी दुर्घटना के घायलों से मुलाकात की और उनको तथा उनके परिजनों को सांत्वना दी। मैंने पीड़ितों के परिजनों को सहायता करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री नायडू ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने का भी आश्वासन दिया और इलाज करा रहे श्रमिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। कब हुआ था धमाका?अचुतापुरम में स्थित दवा कंपनी ‘एसेंशिया एडवांस्ड साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड’ में बुधवार को अपराह्न दो बजकर 15 मिनट पर आग लग गई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई और लगभग 40 श्रमिक घायल हो गए। (इनपुट भाषा)
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