मुरादाबाद: सूफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चादर भेजने को सराहनीय कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इससे देश की फिजा बिगाड़ने वाले को सबक मिला है कि हमारी एकता की जड़ें कितनी मजबूत हैं। कशिश वारसी ने कहा कि हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स मुबारक मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्री और भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष को चादर और एक संदेश लेकर भेजा। उन्होंने देश की फिजा बिगाड़ने वालों को बता दिया है कि यहां पर कौमी एकता की जड़ें कितनी मजबूत हैं।वारसी ने कहा कि पीएम ने बताया है कि देश, प्रधानमंत्री और सरकार ख्वाजा गरीब नवाज का सम्मान करती है। सूफीज्म की इज्जत करती है। कट्टरपंथियों को समझ लेना चाहिए कि देश की सरकार क्या चाहती है? देश की सरकार ने यह बता दिया कि सूफीज्म से बड़ा मजहब कोई नहीं होता है। ख्वाजा गरीब नवाज ने, हजरत औलिया ने, अमीर खुसरो ने अच्छाई और मोहब्बत का पैगाम दिया है। पीएम मोदी को ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स पर भेजी गई चादर के लिए मुबारकबाद देता हूं। देश के तमाम सूफियों को ख्वाजा गरीब नवाज के पैगाम-ए-मोहब्बत के लिए मुबारकबाद पेश करता हूं।प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की अजमेर दरगाह पर शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की ओर से चादर पेश की गई। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से अजमेर दरगाह के लिए 11वीं बार चादर भेजी गई है। सालाना उर्स के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को मुबारकबाद दी और देश-दुनिया में अमन-चैन और भाईचारे की कामना की। इस चादर को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने पेश किया।
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