पटना: बिहार विधान परिषद के उपचुनाव में एनडीओ की ओर से जेडीयू उम्मीदवार उतारेगा। यह सीट आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह की सदस्यता रद्द होने के बाद खाली हुई है। चुनाव आयोग ने 23 जनवरी को मतदान की तारीख तय की है। नामांकन 6 जनवरी से शुरू होगा। विधानसभा में एनडीए के बहुमत होने के कारण जेडीयू की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
27 जुलाई 2024 को रद्द हुई थी सुनील सिंह की सदस्यता
दरअसल, आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह की सदस्यता रद्द होने से विधान परिषद में एक सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने कार्यक्रम घोषित कर दिया है। 23 जनवरी को वोटिंग होगी। इससे पहले 6 जनवरी से नामांकन शुरू होगा और 13 जनवरी तक चलेगा। नामांकन पत्रों की जांच 14 जनवरी को होगी। उम्मीदवार 16 जनवरी तक नाम वापस ले सकेंगे। मतगणना 23 जनवरी की शाम 5 बजे से होगी। बता दें कि सुनील सिंह की सदस्यता विधान परिषद की आचार समिति की सिफारिश पर 27 जुलाई 2024 को रद्द की गई थी। नए सदस्य का कार्यकाल 28 जून 2026 तक होगा।जेडीयू की जीत लगभग तय
खबर है कि इस सीट पर जदयू को उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। अब सबकी नजरें जदयू पर टिकी हैं कि वह किसे अपना उम्मीदवार बनाता है। यह सीट विधानसभा कोटे की है। विधानसभा में एनडी के पास 131 विधायक हैं, जिसमें निर्दलीय भी शामिल हैं। इसके मुकाबले INDIA गठबंधन के पास 111 और AIMIM के पास एक विधायक है। संख्याबल के हिसाब से यह सीट एनडीए के खाते में जाने की पूरी संभावना है। इसलिए जेडीयू की जीत लगभग तय मानी जा रही है।किस पार्टी के पास कितने विधायक
बिहार विधानसभा में बीजेपी के 80, आरजेडी के 77, जेडीयू के 45, कांग्रेस के 19, CPI(ML) के 11, HAM के 4, CPI के 2, CPM के 2, AIMIM का 1 और 2 निर्दलीय विधायक हैं। कुल मिलाकर विधानसभा में 243 सदस्य हैं।from https://ift.tt/qx4RGMa
No comments:
Post a Comment