वॉशिंगटन: भारत का चंद्रयान मिशन कामयाब हो चुका है। भारत चंद्रयान तीन के लैंडर को चांद की सतह पर उतार कर चौथी स्पेस महाशक्ति बनने में कामयाब हो गया है। भारत के साथ रूस भी चांद पर लैंड करना चाहता लेकिन उसका लूना-25 स्पेसक्राफ्ट चांद की सतह पर क्रैश हो गया। भारत की स्पेस एजेंसी का कभी मजाक बनाने वाले विदेशी मीडिया भारत की इस कामयाबी पर आज तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। दुनिया के लगभग सभी मीडिया आउटलेट ने इसे अपनी प्रमुख खबर बनाया है।अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने चंद्रयान से जुड़ी खबर को लीड बनाया। अखबार ने लिखा, 'भारत सफलतापूर्वक चांद पर उतरा।' इसके अलावा एक अन्य खबर में हेडिंग लगाई, 'लेटेस्ट चंद्रमा रेस में, भारत दक्षिणी ध्रुवी पर सबसे पहले पहुंचा।' जब इसरो मंगलयान से जुड़ा मिशन चला रहा था, तब न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक कार्टून बना कर भारत का मजाक उड़ाया था। वहीं अल अल जजीरा ने मंगलयान से जुड़ी लाइव खबरों की एक सीरिज चलाई। अल जजीरा ने इसकी हेडिंग रखी, 'चंद्रयान ने रचा इतिहास।'
रूस, चीन, अमेरिका को छोड़ा पीछे
ब्रिटेन के अखबार डेलीमेल ने चंद्रयान से जुड़ी कई खबरें लिखीं। एक खबर में उसने लिखा, 'भारत के चंद्रयान-3 ने पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर कर इतिहास रचा। रूस, चीन और अमेरिका को पीछे छोड़ा।' क्योंकि चंद्रयान चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा था, इसलिए डेली मेल ने इससे जुड़ी एक अन्य खबर बनाई। जिसका उसने शीर्षक दिया, 'स्पेस रेस 2.0: रूस, भारत, अमेरिका और चीन में दक्षिणी ध्रुव पर सबसे पहले पहुंचने की होड़ क्यों लगी है?'बीबीसी ने क्या लिखा?
ब्रिटिश न्यूज आटलेट बीबीसी ने चंद्रयान की सफलता को अपनी लीड खबर बनाया। इसका शीर्षक उसने लिखा, 'भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के करीब पहुंच कर इतिहास रच दिया।' वहीं पाकिस्तान के जियो न्यूज ने चंद्रयान से जुड़ी खबर को अपनी दूसरी प्रमुख खबर बनाया। वह इतिहास शब्द का इस्तेमाल करने से बचता रहा। जियो न्यूज ने लिखा, 'भारत का चंद्रयान-3 आखिरकार चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतर गया।'from https://ift.tt/Hw3qPfx
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